Maa Skandamata: नवरात्रि की पञ्चम देवी
देवी स्कन्दमाता माँ दुर्गा का पञ्चम स्वरूप हैं। वे भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) की माता हैं…
देवी स्कन्दमाता माँ दुर्गा का पञ्चम स्वरूप हैं। वे भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) की माता हैं और इस कारण उन्हें स्कन्दमाता कहा जाता है। देवी पार्वती का यह रूप मातृत्व, करुणा, और समर्पण का प्रतीक है। उनकी पूजा नवरात्रि के पांचवें दिन की जाती है। उत्पत्ति और पौराणिक कथा देवी स्कन्दमाता का नाम उनके पुत्र स्कन्द…
देवी ब्रह्मचारिणी माँ दुर्गा का दूसरा स्वरूप हैं, जिनकी पूजा नवरात्रि के दूसरे दिन की जाती है। उनका नाम उनकी कठोर तपस्या से प्रेरित है, जो उन्होंने भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए की थी। उनकी आराधना भक्तों को संयम, साधना, और शक्ति प्रदान करती है। उत्पत्ति और पौराणिक कथा…
देवी शैलपुत्री नवरात्रि में माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों में प्रथम स्वरूप हैं। “शैलपुत्री” का अर्थ है “पर्वतराज की पुत्री,” क्योंकि वे पर्वतराज हिमालय की पुत्री के रूप में जन्मी थीं। वे शक्ति, साहस, और भक्ति का प्रतीक हैं। नवरात्रि के प्रथम दिवस पर देवी शैलपुत्री की पूजा का विशेष महत्त्व है। उत्पत्ति और पौराणिक…
Chhath Puja एक ऐसा पर्व है जो पूरी निष्ठा, पवित्रता और आस्था के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है, लेकिन अब यह देश-विदेश में भी लोकप्रिय हो चुका है। चार दिवसीय यह पर्व सूर्य देवता और छठी मैया की…
नवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो माँ दुर्गा और उनके नौ स्वरूपों की पूजा के लिए समर्पित है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और श्रद्धा, उपवास, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और उत्साह से भरा होता है। यदि आप जानना चाहते हैं कि Navratri 2025 kab hai, तो आइए इसके…
Bhai Dooj भारतीय त्योहारों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह दिन भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित होता है और इसे दिवाली के दो दिन बाद मनाया जाता है। यह पर्व बहनों के लिए अपने भाइयों की लंबी उम्र और सफलता की कामना करने का अवसर है, जबकि भाई अपनी बहनों की रक्षा का…
हरियाली तीज भारतीय संस्कृति का एक खास त्योहार है, जिसे हर साल श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। यह दिन हरियाली, प्रेम, और सौभाग्य का प्रतीक है। विवाहित महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी आयु और वैवाहिक जीवन की खुशहाली के लिए व्रत रखती हैं। Hariyali Teej 2025…
गोवर्धन पूजा, जिसे अन्नकूट पूजा के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख पर्व है। यह दिवाली के अगले दिन मनाया जाता है और भगवान श्रीकृष्ण की लीला से जुड़ा है। इस पर्व में गोवर्धन पर्वत, गौ माता और अन्नकूट भोग का विशेष महत्व है। Govardhan Puja 2025 बुधवार, 22 अक्टूबर…
दिवाली, जिसे दीपावली भी कहा जाता है, भारत का सबसे प्रमुख और प्रिय त्योहार है। इसे “रोशनी का त्योहार” कहा जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत और अंधकार पर प्रकाश के विजय का प्रतीक है। 2025 में दिवाली का त्योहार 20 अक्टूबर, सोमवार को मनाया जाएगा। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश…
Dhanteras, जिसे धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है, दिवाली के पांच दिवसीय उत्सव का पहला दिन है। यह पर्व धन, समृद्धि और स्वास्थ्य के लिए भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है। Dhanteras 2025 भी परिवार, समाज और व्यवसायों में समृद्धि और शुभता का प्रतीक बनेगा। इस दिन…