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वाहन खरीदारी मुहूर्त 2025

Vehicle Purchase Muhurat 2025 | आपके नए सफर की शुरुआत के लिए सही समय चुनें

क्या आप 2025 में एक नई गाड़ी खरीदने का सोच रहे हैं? अगर हाँ, तो यह लेख आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हम आपको यहाँ बताएँगे कि किस शुभ मुहूर्त में आप अपनी नई गाड़ी खरीद सकते हैं। हिंदू धर्म में मान्यता है कि किसी भी महत्वपूर्ण काम से पहले शुभ मुहूर्त देखना आवश्यक होता है। चाहे वह विवाह हो, गृह प्रवेश हो, या फिर नया वाहन खरीदना हो। माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में गाड़ी खरीदने से आपको सुख, शांति और समृद्धि मिलती है।

अगर आप 2025 में अपनी पसंदीदा गाड़ी खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो नीचे दिए गए शुभ मुहूर्तों का ध्यान रखें। इससे न केवल आपकी गाड़ी की खरीदारी शुभ होगी, बल्कि आपके जीवन में भी सुख-समृद्धि बनी रहेगी।

जनवरी 2025 में वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

जनवरी का महीना नए साल की शुरुआत के साथ ही नई संभावनाएं भी लेकर आता है। यह समय अपनी नई गाड़ी के सपने को साकार करने के लिए बेहद शुभ हो सकता है। जनवरी 2025 में निम्नलिखित तिथियाँ और नक्षत्र वाहन खरीदने के लिए अनुकूल माने गए हैं:

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जनवरी 2025 – वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

तारीख दिन शुभ मुहूर्त विवरण
2 जनवरी गुरुवार सुबह 07:14 बजे से 3 जनवरी 2025 रात 01:08 बजे तक (श्रवण, धनिष्ठा नक्षत्र)
6 जनवरी सोमवार शाम 07:06 बजे से 7 जनवरी 2025 सुबह 07:15 बजे तक (रेवती नक्षत्र)
13 जनवरी सोमवार सुबह 10:38 बजे से 14 जनवरी, सुबह 07:15 बजे तक (पुनर्वसु नक्षत्र)
19 जनवरी रविवार शाम 05:30 बजे से 20 जनवरी, सुबह 07:14 बजे तक (हस्त नक्षत्र)
20 जनवरी सोमवार सुबह 07:14 बजे से सुबह 09:58 बजे तक (हस्त नक्षत्र)
22 जनवरी बुधवार सुबह 07:14 बजे से दोपहर 03:18 बजे तक (स्वाति नक्षत्र)
24 जनवरी शुक्रवार सुबह 07:13 बजे से 25 जनवरी 2025 सुबह 07:07 बजे तक (अनुराधा नक्षत्र)
31 जनवरी शुक्रवार दोपहर 01:59 बजे से 1 फरवरी 2025, सुबह 04:14 बजे तक (शतभिषा नक्षत्र)

फरवरी 2025 – वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

तारीख दिन शुभ मुहूर्त विवरण
3 फरवरी सोमवार सुबह 07:08 बजे से रात 11:16 बजे तक (रेवती नक्षत्र)
7 फरवरी शुक्रवार सुबह 07:06 बजे से 8 फरवरी 2025 सुबह 07:05 बजे तक (रोहिणी, मृगशीर्ष नक्षत्र)
9 फरवरी रविवार शाम 07:25 बजे से 10 फरवरी 2025 सुबह 07:03 बजे तक (पुनर्वसु नक्षत्र)
10 फरवरी सोमवार सुबह 07:03 बजे से शाम 06:57 बजे तक (पुनर्वसु नक्षत्र)
17 फरवरी सोमवार सुबह 06:58 बजे से 18 फरवरी 2025, सुबह 06:57 बजे तक (चित्रा नक्षत्र)
20 फरवरी गुरुवार दोपहर 01:30 बजे से 21 फरवरी 2025, सुबह 06:54 बजे तक (अनुराधा नक्षत्र)
21 फरवरी शुक्रवार सुबह 06:54 बजे से सुबह 11:57 बजे तक (अनुराधा नक्षत्र)
26 फरवरी बुधवार सुबह 06:49 बजे से सुबह 11:08 बजे तक (श्रवण नक्षत्र)

मार्च 2025 – वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

तारीख दिन शुभ मुहूर्त विवरण
2 मार्च रविवार सुबह 08:59 बजे से रात 09:01 बजे तक (रेवती नक्षत्र)
6 मार्च गुरुवार सुबह 10:50 बजे से 7 मार्च 2025 सुबह 06:40 बजे तक (रोहिणी, मृगशीर्ष नक्षत्र)
7 मार्च शुक्रवार सुबह 06:40 बजे से सुबह 09:18 बजे तक (मृगशीर्ष नक्षत्र)
9 मार्च रविवार सुबह 06:38 बजे से 10 मार्च 2025 सुबह 06:36 बजे तक (पुनर्वसु, पुष्य नक्षत्र)
10 मार्च सोमवार सुबह 06:36 बजे से सुबह 07:44 बजे तक (पुष्य नक्षत्र)
16 मार्च रविवार शाम 04:58 बजे से 17 मार्च 2025, सुबह 06:28 बजे तक (चित्रा नक्षत्र)
17 मार्च सोमवार सुबह 06:28 बजे से शाम 07:33 बजे तक (चित्रा, स्वाति नक्षत्र)
19 मार्च बुधवार रात 08:50 बजे से 20 मार्च 2025, सुबह 06:25 बजे तक (अनुराधा नक्षत्र)
27 मार्च गुरुवार सुबह 06:17 बजे से रात 11:03 बजे तक (शतभिषा नक्षत्र)

अप्रैल 2025 – वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

तारीख दिन शुभ मुहूर्त विवरण
2 अप्रैल बुधवार सुबह 08:49 बजे से 3 अप्रैल 2025 सुबह 06:09 बजे तक (रोहिणी नक्षत्र)
3 अप्रैल गुरुवार सुबह 06:09 बजे से रात 09:41 बजे तक (मृगशीर्ष नक्षत्र)
6 अप्रैल रविवार शाम 07:22 बजे से 7 अप्रैल 2025 सुबह 06:04 बजे तक (पुष्य नक्षत्र)
7 अप्रैल सोमवार सुबह 06:04 बजे से सुबह 06:25 बजे तक (आश्लेषा, पुष्य नक्षत्र)
13 अप्रैल रविवार सुबह 05:58 बजे से 14 अप्रैल 2025 सुबह 05:57 बजे तक (चित्रा, स्वाति नक्षत्र)
14 अप्रैल सोमवार सुबह 05:57 बजे से सुबह 08:25 बजे तक (स्वाति नक्षत्र)
16 अप्रैल बुधवार सुबह 05:55 बजे से दोपहर 01:16 बजे तक (अनुराधा नक्षत्र)
21 अप्रैल सोमवार दोपहर 12:37 बजे से शाम 06:58 बजे तक (श्रवण नक्षत्र)
23 अप्रैल बुधवार सुबह 05:48 बजे से 24 अप्रैल 2025 सुबह 05:47 बजे तक (धनिष्ठा, शतभिषा नक्षत्र)
24 अप्रैल गुरुवार सुबह 05:47 बजे से सुबह 10:49 बजे तक (शतभिषा नक्षत्र)
30 अप्रैल बुधवार सुबह 05:41 बजे से दोपहर 02:12 बजे तक (रोहिणी नक्षत्र)

मई 2025 – वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

तारीख दिन शुभ मुहूर्त विवरण
1 मई गुरुवार सुबह 11:23 बजे से दोपहर 02:21 बजे तक (मृगशीर्ष नक्षत्र)
2 मई शुक्रवार दोपहर 01:04 बजे से 3 मई 2025 सुबह 05:39 बजे तक (पुनर्वसु नक्षत्र)
4 मई रविवार सुबह 07:18 बजे से दोपहर 12:53 बजे तक (पुष्य नक्षत्र)
9 मई शुक्रवार दोपहर 02:56 बजे से 10 मई 2025 सुबह 05:33 बजे तक (हस्त, चित्रा नक्षत्र)
11 मई रविवार रात 08:01 बजे से 12 मई 2025 सुबह 05:32 बजे तक (स्वाति नक्षत्र)
12 मई सोमवार सुबह 05:32 बजे से सुबह 06:17 बजे तक (विशाखा, स्वाति नक्षत्र)
18 मई रविवार शाम 06:52 बजे से 19 मई 2025 सुबह 05:28 बजे तक (श्रवण नक्षत्र)
19 मई सोमवार सुबह 05:28 बजे से सुबह 06:11 बजे तक (श्रवण नक्षत्र)
23 मई शुक्रवार शाम 04:02 बजे से रात 10:29 बजे तक (रेवती नक्षत्र)

जून 2025 – वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

तारीख दिन शुभ मुहूर्त विवरण
5 जून गुरुवार सुबह 05:23 बजे से 6 जून 2025 सुबह 05:23 बजे तक (हस्त नक्षत्र)
6 जून शुक्रवार सुबह 05:23 बजे से 7 जून 2025 सुबह 04:47 बजे तक (हस्त, चित्रा नक्षत्र)
8 जून रविवार सुबह 07:17 बजे से दोपहर 12:42 बजे तक (स्वाति नक्षत्र)
15 जून रविवार दोपहर 03:51 बजे से 16 जून 2025 सुबह 05:23 बजे तक (श्रवण, धनिष्ठा नक्षत्र)
16 जून सोमवार सुबह 05:23 बजे से 17 जून 2025 सुबह 05:23 बजे तक (धनिष्ठा, शतभिषा नक्षत्र)
20 जून शुक्रवार सुबह 09:49 बजे से रात 09:45 बजे तक (रेवती नक्षत्र)
23 जून सोमवार दोपहर 03:16 बजे से रात 10:09 बजे तक (रोहिणी नक्षत्र)
27 जून शुक्रवार सुबह 11:19 बजे से 28 जून 2025 सुबह 05:26 बजे तक (पुष्य नक्षत्र)

जुलाई 2025 – वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

तारीख दिन शुभ मुहूर्त विवरण
2 जुलाई बुधवार सुबह 11:58 बजे से 3 जुलाई 2025 सुबह 05:28 बजे तक (हस्त नक्षत्र)
3 जुलाई गुरुवार सुबह 05:28 बजे से दोपहर 02:06 बजे तक (हस्त नक्षत्र)
4 जुलाई शुक्रवार शाम 04:31 बजे से 5 जुलाई 2025 सुबह 05:28 बजे तक (स्वाति नक्षत्र)
13 जुलाई रविवार सुबह 05:32 बजे से 14 जुलाई 2025 रात 01:02 बजे तक (श्रवण, धनिष्ठा नक्षत्र)
17 जुलाई गुरुवार शाम 07:08 बजे से 18 जुलाई 2025 शाम 03:39 बजे तक (रेवती नक्षत्र)
21 जुलाई सोमवार सुबह 05:36 बजे से सुबह 09:38 बजे तक (रोहिणी नक्षत्र)
30 जुलाई बुधवार सुबह 05:41 बजे से 31 जुलाई 2025 सुबह 02:41 बजे तक (हस्त, चित्रा नक्षत्र)

अगस्त 2025 – वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

तारीख दिन शुभ मुहूर्त विवरण
1 अगस्त शुक्रवार सुबह 05:43 बजे से 2 अगस्त 2025 सुबह 03:40 बजे तक (स्वाति नक्षत्र)
3 अगस्त रविवार सुबह 09:42 बजे से 4 अगस्त 2025 सुबह 05:44 बजे तक (अनुराधा नक्षत्र)
4 अगस्त सोमवार सुबह 05:44 बजे से सुबह 09:12 बजे तक (अनुराधा नक्षत्र)
8 अगस्त शुक्रवार दोपहर 02:28 बजे से 9 अगस्त 2025 सुबह 05:47 बजे तक (श्रवण नक्षत्र)
10 अगस्त रविवार सुबह 05:48 बजे से दोपहर 12:09 बजे तक (धनिष्ठा नक्षत्र)
11 अगस्त सोमवार सुबह 10:33 बजे से दोपहर 01:00 बजे तक (शतभिषा नक्षत्र)
13 अगस्त बुधवार सुबह 10:32 बजे से 14 अगस्त 2025 सुबह 04:23 बजे तक (रेवती नक्षत्र)
14 अगस्त गुरुवार सुबह 05:50 बजे से सुबह 09:06 बजे तक (रेवती नक्षत्र)
17 अगस्त रविवार शाम 07:24 बजे से 18 अगस्त 2025 शाम 05:52 बजे तक (रोहिणी, मृगशीर्ष नक्षत्र)
18 अगस्त सोमवार सुबह 05:52 बजे से 19 अगस्त 2025 सुबह 02:06 बजे तक (मृगशीर्ष नक्षत्र)
20 अगस्त बुधवार दोपहर 01:58 बजे से 21 अगस्त 2025 सुबह 05:53 बजे तक (पुनर्वसु, पुष्य नक्षत्र)
21 अगस्त गुरुवार सुबह 05:53 बजे से दोपहर 12:44 बजे तक (पुष्य नक्षत्र)
27 अगस्त बुधवार दोपहर 03:44 बजे से 28 अगस्त 2025 सुबह 05:57 बजे तक (चित्रा नक्षत्र)
28 अगस्त गुरुवार सुबह 05:57 बजे से 29 अगस्त 2025 सुबह 05:58 बजे तक (चित्रा, स्वाति नक्षत्र)
29 अगस्त शुक्रवार सुबह 05:58 बजे से सुबह 11:38 बजे तक (स्वाति नक्षत्र)
31 अगस्त रविवार सुबह 05:59 बजे से शाम 05:27 बजे तक (अनुराधा नक्षत्र)

 

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सितंबर 2025 – वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

तारीख दिन शुभ मुहूर्त विवरण
5 सितंबर शुक्रवार सुबह 06:01 बजे से 6 सितंबर 2025 सुबह 03:12 बजे तक (श्रवण, धनिष्ठा नक्षत्र)
7 सितंबर रविवार सुबह 06:02 बजे से रात 09:41 बजे तक (शतभिषा नक्षत्र)
24 सितंबर बुधवार सुबह 06:10 बजे से 25 सितंबर 2025 सुबह 06:11 बजे तक (चित्रा, स्वाति नक्षत्र)
25 सितंबर गुरुवार सुबह 06:11 बजे से सुबह 07:06 बजे तक (स्वाति नक्षत्र)

अक्टूबर 2025 – वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

तारीख दिन शुभ मुहूर्त विवरण
2 अक्टूबर गुरुवार सुबह 09:13 बजे से 3 अक्टूबर 2025 सुबह 06:15 बजे तक (श्रवण नक्षत्र)
3 अक्टूबर शुक्रवार सुबह 06:15 बजे से शाम 06:32 बजे तक (श्रवण, धनिष्ठा नक्षत्र)
5 अक्टूबर रविवार सुबह 06:16 बजे से सुबह 08:01 बजे तक (शतभिषा नक्षत्र)
10 अक्टूबर शुक्रवार शाम 07:38 बजे से 11 अक्टूबर 2025 सुबह 06:19 बजे तक (रोहिणी नक्षत्र)
12 अक्टूबर रविवार सुबह 06:20 बजे से दोपहर 01:36 बजे तक (मृगशीर्ष नक्षत्र)
13 अक्टूबर सोमवार दोपहर 12:26 बजे से 14 अक्टूबर 2025 सुबह 06:21 बजे तक (पुनर्वसु नक्षत्र)
15 अक्टूबर बुधवार सुबह 10:33 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक (पुष्य नक्षत्र)
24 अक्टूबर शुक्रवार सुबह 06:28 बजे से 25 अक्टूबर 2025 रात 01:19 बजे तक (अनुराधा नक्षत्र)
29 अक्टूबर बुधवार शाम 05:29 बजे से 30 अक्टूबर 2025 शाम 06:32 बजे तक (श्रवण नक्षत्र)
30 अक्टूबर गुरुवार सुबह 06:32 बजे से सुबह 10:06 बजे तक (श्रवण नक्षत्र)
31 अक्टूबर शुक्रवार सुबह 10:03 बजे से 1 नवंबर 2025 सुबह 06:33 बजे तक (धनिष्ठा, शतभिषा नक्षत्र)

नवंबर 2025 – वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

तारीख दिन शुभ मुहूर्त विवरण
3 नवंबर सोमवार दोपहर 03:05 बजे से 4 नवंबर 2025 दोपहर 02:05 बजे तक (रेवती नक्षत्र)
7 नवंबर शुक्रवार सुबह 11:05 बजे से 8 नवंबर 2025 सुबह 06:38 बजे तक (रोहिणी, मृगशीर्ष नक्षत्र)
9 नवंबर रविवार रात 08:04 बजे से 10 नवंबर 2025 सुबह 06:40 बजे तक (पुनर्वसु नक्षत्र)
10 नवंबर सोमवार सुबह 06:40 बजे से 11 नवंबर 2025 दोपहर 12:07 बजे तक (पुनर्वसु, पुष्य नक्षत्र)
17 नवंबर सोमवार सुबह 06:45 बजे से 18 नवंबर 2025 सुबह 06:46 बजे तक (चित्रा, स्वाति नक्षत्र)
26 नवंबर बुधवार सुबह 06:53 बजे से 27 नवंबर 2025 रात 12:01 बजे तक (श्रवण नक्षत्र)
28 नवंबर शुक्रवार सुबह 06:54 बजे से 29 नवंबर 2025 रात 12:15 बजे तक (शतभिषा नक्षत्र)

दिसंबर 2025 – वाहन खरीदने के शुभ मुहूर्त

तारीख दिन शुभ मुहूर्त विवरण
1 दिसंबर सोमवार सुबह 06:56 बजे से शाम 07:01 बजे तक (रेवती नक्षत्र)
4 दिसंबर गुरुवार दोपहर 02:54 बजे से 5 दिसंबर 2025 सुबह 04:43 बजे तक (रोहिणी नक्षत्र)
5 दिसंबर शुक्रवार सुबह 06:59 बजे से 6 दिसंबर 2025 रात 12:55 बजे तक (रोहिणी, मृगशीर्ष नक्षत्र)
7 दिसंबर रविवार सुबह 07:01 बजे से शाम 06:24 बजे तक (पुनर्वसु नक्षत्र)
8 दिसंबर सोमवार शाम 04:03 बजे से 9 दिसंबर 2025 रात 02:52 बजे तक (पुष्य नक्षत्र)
14 दिसंबर रविवार सुबह 07:06 बजे से 15 दिसंबर 2025 सुबह 07:06 बजे तक (हस्त, चित्रा नक्षत्र)
15 दिसंबर सोमवार सुबह 07:06 बजे से रात 09:19 बजे तक (चित्रा, स्वाति नक्षत्र)
17 दिसंबर बुधवार शाम 05:11 बजे से 18 दिसंबर 2025 रात 02:32 बजे तक (अनुराधा नक्षत्र)
24 दिसंबर बुधवार दोपहर 01:11 बजे से 25 दिसंबर 2025 सुबह 07:12 बजे तक (धनिष्ठा नक्षत्र)
25 दिसंबर गुरुवार सुबह 07:12 बजे से 26 दिसंबर 2025 सुबह 07:12 बजे तक (धनिष्ठा, शतभिषा नक्षत्र)
26 दिसंबर शुक्रवार सुबह 07:12 बजे से सुबह 09:00 बजे तक (शतभिषा नक्षत्र)
28 दिसंबर रविवार सुबह 08:43 बजे से रात 11:59 बजे तक (रेवती नक्षत्र)

 

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शुभ मुहूर्त में वाहन खरीदने के लाभ

शुभ मुहूर्त में गाड़ी खरीदना सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि आपके जीवन में सुख-समृद्धि और उन्नति का प्रतीक होता है। माना जाता है कि शुभ समय में वाहन खरीदने से न केवल आपकी यात्रा सुरक्षित रहती है, बल्कि आपका आर्थिक पक्ष भी मजबूत होता है। इसलिए, गाड़ी खरीदते समय शुभ समय का ध्यान रखना आवश्यक है।

सही समय का चयन

जब आप गाड़ी खरीदने का मन बना रहे हों, तो बेहतर होगा कि आप शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें। कुछ खास दिन जैसे सोमवार, बुधवार, गुरुवार, और रविवार, विशेष रूप से अनुकूल माने जाते हैं। वहीं, शनिवार और राहु काल के दौरान गाड़ी खरीदने से बचना चाहिए।

इस लेख के माध्यम से आप 2025 में गाड़ी खरीदने के लिए सभी महत्वपूर्ण तिथियों और शुभ समय की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। शुभ मुहूर्त में गाड़ी खरीदकर अपने जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता के मार्ग को प्रशस्त करें।

शुभ विवाह मुहूर्त 2025 – Shadi Muhurat 2025

Vivah Muhurat 2025: सही समय और तिथि की विस्तृत जानकारी

क्या आप 2025 में शादी करने का प्लान बना रहे हैं और सही शुभ मुहूर्त की तलाश कर रहे हैं? अगर आप अपने वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने के लिए सही समय और तिथि का चुनाव करना चाहते हैं, तो यह गाइड आपके लिए है। यहाँ आपको जनवरी से दिसंबर 2025 तक के सभी शुभ विवाह मुहूर्त की जानकारी मिलेगी, जिससे आप अपनी शादी का आयोजन उचित समय पर कर सकें।

हिंदू धर्म में विवाह को सबसे महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक माना जाता है। वैदिक शास्त्रों के अनुसार, विवाह एक पवित्र बंधन है, जिसे हमेशा शुभ मुहूर्त में ही संपन्न करना चाहिए। जिस तरह हर शुभ कार्य के लिए एक निश्चित समय होता है, उसी तरह विवाह का भी एक उचित समय होता है। अगर आप अपने आने वाले वैवाहिक जीवन को खुशियों से भरपूर बनाना चाहते हैं, तो शुभ तिथि और मुहूर्त का चयन बेहद महत्वपूर्ण है।

विवाह केवल एक सामाजिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह दो व्यक्तियों और उनके परिवारों को जीवनभर के लिए एक पवित्र बंधन में बांधता है। इसलिए विवाह की सफलता सुनिश्चित करने के लिए कुंडली मिलान के साथ-साथ शुभ तिथियों और मुहूर्त पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

क्या आप 2025 के शुभ विवाह मुहूर्त जानने के इच्छुक हैं?

हिंदू पंचांग के अनुसार, 2025 में विवाह के लिए कई शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं। आइए, हम साल 2025 के शुभ विवाह मुहूर्त पर एक नजर डालें, जिसमें तिथियां, समय, दिन और नक्षत्र शामिल हैं।

महीना तिथि मुहूर्त (समय)
जनवरी 16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26, 27 विस्तृत जानकारी उपरोक्त है
फरवरी 2, 3, 6, 7, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 19, 21, 23, 25 विस्तृत जानकारी उपरोक्त है
मार्च 1, 2, 6, 7, 12 विस्तृत जानकारी उपरोक्त है
अप्रैल 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29, 30 विस्तृत जानकारी उपरोक्त है
मई 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 28 विस्तृत जानकारी उपरोक्त है
जून 2, 4, 5, 7, 8 विस्तृत जानकारी उपरोक्त है
जुलाई कोई मुहूर्त नहीं
अगस्त कोई मुहूर्त नहीं
सितंबर कोई मुहूर्त नहीं
अक्टूबर कोई मुहूर्त नहीं
नवंबर 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25, 30 विस्तृत जानकारी उपरोक्त है
दिसंबर 4, 5, 6 विस्तृत जानकारी उपरोक्त है

जनवरी 2025 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त

अगर आप सर्दियों में शादी करने की योजना बना रहे हैं, तो जनवरी का महीना आपके लिए बेहद अनुकूल हो सकता है। इस महीने में विवाह के लिए कुल 10 शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं। ये हैं 16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26, और 27 जनवरी की तिथियां। नीचे दिए गए समय के अनुसार आप अपने विवाह की योजना बना सकते हैं।

जनवरी 2025 के विवाह मुहूर्त:

  • 16 जनवरी (गुरुवार): सुबह 04:06 बजे से 17 जनवरी, सुबह 07:15 बजे तक
  • 17 जनवरी (शुक्रवार): सुबह 07:15 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक
  • 18 जनवरी (शनिवार): रात 02:51 बजे से 19 जनवरी, रात 01:16 बजे तक
  • 19 जनवरी (रविवार): रात 01:58 बजे से 20 जनवरी, सुबह 07:14 बजे तक
  • 20 जनवरी (सोमवार): सुबह 07:14 बजे से 09:58 बजे तक
  • 21 जनवरी (मंगलवार): रात 11:36 बजे से 22 जनवरी, रात 03:50 बजे तक
  • 23 जनवरी (गुरुवार): सुबह 05:08 बजे से 24 जनवरी, सुबह 06:36 बजे तक
  • 24 जनवरी (शुक्रवार): रात 07:25 बजे से 25 जनवरी, सुबह 07:07 बजे तक
  • 26 जनवरी (रविवार): रात 03:34 बजे से 27 जनवरी, सुबह 07:12 बजे तक
  • 27 जनवरी (सोमवार): सुबह 07:12 से सुबह 09:02 बजे तक

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फरवरी 2025 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त

फरवरी को प्यार का महीना कहा जाता है, और यह शादियों के लिए भी बेहद खास माना जाता है। इस महीने में कुल 13 शुभ मुहूर्त हैं, जिनमें 2, 3, 6, 7, 12, 13, 14, 15, 18, 19, 21, 23 और 25 तारीखें शामिल हैं। आइए, इन मुहूर्तों की विस्तृत जानकारी देखते हैं।

फरवरी 2025 के विवाह मुहूर्त:

  • 2 फरवरी (रविवार): सुबह 09:14 बजे से 07:08 बजे तक
  • 3 फरवरी (सोमवार): सुबह 07:08 बजे से शाम 05:40 बजे तक
  • 6 फरवरी (गुरुवार): रात 07:29 बजे से 7 फरवरी, सुबह 07:06 बजे तक
  • 7 फरवरी (शुक्रवार): सुबह 07:06 बजे से शाम 04:17 बजे तक
  • 12 फरवरी (बुधवार): सुबह 01:58 बजे से 13 फरवरी, सुबह 07:01 बजे तक
  • 13 फरवरी (गुरुवार): सुबह 07:01 बजे से सुबह 07:31 बजे तक
  • 14 फरवरी (शुक्रवार): रात 11:09 बजे से 15 फरवरी, 06:59 बजे तक
  • 15 फरवरी (शनिवार): सुबह 06:59 बजे से सुबह 10:48 बजे तक
  • 16 फरवरी (रविवार): सुबह 06:59 बजे से सुबह 08:06 बजे तक
  • 18 फरवरी (मंगलवार): सुबह 09:52 बजे से 9 फरवरी, सुबह 06:56 बजे तक
  • 19 फरवरी (बुधवार): सुबह 06:56 बजे से रात 07:32 बजे तक
  • 21 फरवरी (शुक्रवार): सुबह 11:59 बजे से दोपहर 03:54 बजे तक
  • 23 फरवरी (रविवार): दोपहर 01:55 बजे से सुबह 06:43 बजे तक
  • 25 फरवरी (मंगलवार): सुबह 08:15 बजे से शाम 06:31 बजे तक

मार्च 2025 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त

मार्च का महीना बसंत की शुरुआत का समय होता है। यह मौसम शादियों के लिए बेहद खास माना जाता है। इस महीने में कुल 5 शुभ मुहूर्त हैं, जिनमें 1, 2, 6, 7 और 12 तारीखें शामिल हैं।

मार्च 2025 के विवाह मुहूर्त:

  • 1 मार्च (शनिवार): सुबह 11:22 बजे से 1 मार्च, सुबह 06:45 बजे तक
  • 2 मार्च (रविवार): सुबह 06:45 से 3 मार्च, रात 01:14 बजे तक
  • 6 मार्च (गुरुवार): रात 10:01 बजे से 7 मार्च, सुबह 06:40 बजे तक
  • 7 मार्च (शुक्रवार): सुबह 06:40 बजे से सुबह 11:32 बजे तक
  • 12 मार्च (बुधवार): सुबह 08:43 बजे से 12 मार्च, सुबह 04:05 बजे तक

अप्रैल 2025 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त

अप्रैल का महीना भी शादी के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इस महीने में कुल 9 शुभ मुहूर्त हैं, जिनमें 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29 और 30 तारीखें शामिल हैं।

अप्रैल 2025 के विवाह मुहूर्त:

  • 14 अप्रैल (सोमवार): रात 10:39 बजे से 15 अप्रैल, रात 12:13 बजे तक
  • 16 अप्रैल (बुधवार): रात 12:19 बजे से 17 अप्रैल, 05:54 बजे तक
  • 18 अप्रैल (शुक्रवार): रात 01:04 से 19 अप्रैल, सुबह 05:52 बजे तक
  • 19 अप्रैल (शनिवार): सुबह 05:52 से सुबह 10:21 बजे तक
  • 20 अप्रैल (रविवार): सुबह 11:48 बजे से 21 अप्रैल, सुबह 05:50 बजे तक
  • 21 अप्रैल (सोमवार): सुबह 05:50 बजे से दोपहर 12:37 बजे तक
  • 25 अप्रैल (शुक्रवार): सुबह 08:53 बजे से दोपहर 12:31 बजे तक
  • 29 अप्रैल (मंगलवार): शाम 06:47 बजे से 30 अप्रैल, सुबह 05:41 बजे तक
  • 30 अप्रैल (बुधवार): सुबह 05:41 बजे से दोपहर 12:02 बजे तक

मई 2025 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त

मई का महीना फूलों के खिलने और गर्मियों की शुरुआत का प्रतीक है। इस महीने में कुल 15 शुभ मुहूर्त हैं, जिनमें 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27, और 28 तारीखें शामिल हैं।

मई 2025 के विवाह मुहूर्त:

  • 1 मई (गुरुवार): सुबह 11:23 बजे से दोपहर 02:21 बजे तक
  • 5 मई (सोमवार): रात 08:29 बजे से 6 मई, सुबह 05:36 बजे तक
  • 6 मई (मंगलवार): सुबह 05:36 बजे से दोपहर 03:52 बजे तक
  • 8 मई (गुरुवार): दोपहर 12:29 बजे से 9 मई, रात 01:57 बजे तक
  • 10 मई (शनिवार): रात 03:15 बजे से 11 मई, सुबह 04:01 बजे तक
  • 14 मई (बुधवार): सुबह 06:34 बजे से सुबह 11:47 बजे तक
  • 15 मई (गुरुवार): सुबह 04:02 बजे से 16 मई, सुबह 05:30 बजे तक
  • 16 मई (शुक्रवार): सुबह 05:30 बजे से शाम 04:07 बजे तक
  • 17 मई (शनिवार): शाम 05:44 बजे से 18 मई, सुबह 05:29 बजे तक
  • 18 मई (रविवार): सुबह 05:29 बजे से शाम 06:52 बजे तक
  • 22 मई (गुरुवार): रात 01:12 बजे से 23 मई, सुबह 05:26 बजे तक
  • 23 मई (शुक्रवार): सुबह 05:26 बजे से 24 मई, सुबह 05:26 बजे तक
  • 24 मई (शनिवार): सुबह 05:26 बजे से सुबह 08:22 बजे तक
  • 27 मई (मंगलवार): शाम 06:45 बजे से 28 मई, रात 02:50 बजे तक
  • 28 मई (बुधवार): सुबह 05:25 बजे से शाम 07:09 बजे तक

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जून 2025 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त

जून का महीना गर्मी और खुशी का समय है। इस महीने में कुल 5 शुभ मुहूर्त हैं, जिनमें 2, 4, 5, 7 और 8 तारीखें शामिल हैं।

जून 2025 के विवाह मुहूर्त:

  • 2 जून (सोमवार): सुबह 08:21 बजे से रात 08:34 बजे तक
  • 4 जून (बुधवार): सुबह 08:29 बजे से 5 जून, सुबह 05:23 बजे तक
  • 5 जून (गुरुवार): सुबह 05:23 बजे से सुबह 09:14 बजे तक
  • 7 जून (शनिवार): सुबह 09:40 बजे से सुबह 11:18 बजे तक
  • 8 जून (रविवार): दोपहर 12:18 बजे से दोपहर 12:42 बजे तक

जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर 2025 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन महीनों में ग्रहों की अनुकूल स्थिति न होने के कारण शादी के लिए कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है।


नवंबर 2025 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त

नवंबर का महीना ठंडी हवाओं और छोटे दिनों के साथ आता है। इस महीने में कुल 14 शुभ मुहूर्त हैं, जिनमें 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25, और 30 तारीखें शामिल हैं।

नवंबर 2025 के विवाह मुहूर्त:

  • 2 नवंबर (रविवार): रात 11:11 बजे से 3 नवंबर, सुबह 06:34 बजे तक
  • 3 नवंबर (सोमवार): सुबह 06:34 बजे से शाम 07:40 बजे तक
  • 6 नवंबर (गुरुवार): रात 03:28 बजे से 7 नवंबर, सुबह 06:37 बजे तक
  • 8 नवंबर (शनिवार): सुबह 07:32 बजे से रात 10:02 बजे तक
  • 12 नवंबर (बुधवार): रात 12:51 बजे से 13 नवंबर, सुबह 06:42 बजे तक
  • 13 नवंबर (गुरुवार): सुबह 06:42 बजे से शाम 07:38 बजे तक
  • 16 नवंबर (रविवार): सुबह 06:47 बजे से 17 नवंबर, रात 02:11 बजे तक
  • 17 नवंबर (सोमवार): सुबह 05:01 बजे से 18 नवंबर, सुबह 06:46 बजे तक
  • 18 नवंबर (मंगलवार): सुबह 06:46 बजे से सुबह 07:12 बजे तक
  • 21 नवंबर (शुक्रवार): सुबह 10:44 बजे से दोपहर 01:56 बजे तक
  • 22 नवंबर (शनिवार): रात 11:27 बजे से 23 नवंबर, सुबह 06:50 बजे तक
  • 23 नवंबर (रविवार): सुबह 06:50 बजे से दोपहर 12:09 बजे तक
  • 25 नवंबर (मंगलवार): दोपहर 12:50 बजे से रात 11:57 बजे तक
  • 30 नवंबर (रविवार): सुबह 07:12 बजे से 1 दिसंबर, सुबह 06:56 तक

दिसंबर 2025 में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त

दिसंबर का महीना ठंड और उत्सव के माहौल में डूबा होता है। इस महीने में कुल 3 शुभ मुहूर्त हैं, जिनमें 4, 5, और 6 दिसंबर की तारीखें शामिल हैं।

दिसंबर 2025 के विवाह मुहूर्त:

  • 4 दिसंबर (गुरुवार): शाम 06:40 बजे से 5 दिसंबर, सुबह 06:59 बजे तक
  • 5 दिसंबर (शुक्रवार): सुबह 06:59 बजे से 6 दिसंबर, सुबह 07:00 बजे तक
  • 6 दिसंबर (शनिवार): सुबह 07:00 बजे से सुबह 08:48 बजे तक

इन शुभ मुहूर्तों के अनुसार, आप अपनी शादी का दिन तय कर सकते हैं और अपने वैवाहिक जीवन को खुशियों से भरपूर बना सकते हैं।

वृश्चिक राशिफल 2025

वृश्चिक राशिफल 2025: परिवर्तन और शक्ति का वर्ष

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए साल 2025 एक परिवर्तनकारी और शक्ति-संवर्धक वर्ष रहेगा। आपकी स्वाभाविक गहराई, आत्म-समर्पण और दृढ़ता इस वर्ष में आपके सबसे बड़े सहयोगी होंगे। इस विस्तृत राशिफल में हम आपके करियर, रिश्तों, वित्त, स्वास्थ्य, और व्यक्तिगत विकास के विभिन्न पहलुओं की गहराई से चर्चा करेंगे। साथ ही, ग्रहों की प्रमुख चालों और खगोलीय घटनाओं के प्रभाव को भी समझेंगे।

करियर: विकास और चुनौती

2025 में, वृश्चिक राशि के जातकों के करियर में महत्वपूर्ण विकास और चुनौतियाँ देखने को मिलेंगी। जनवरी और फरवरी में, आपके पेशेवर जीवन में नयापन और ऊर्जा की भावना होगी। यह समय आपके लिए नई परियोजनाओं पर काम करने और अपनी योजनाओं को लागू करने का है। आपकी स्वाभाविक अंतर्दृष्टि और प्रतिबद्धता इस समय आपके सबसे बड़े सहयोगी होंगे।

मार्च और अप्रैल के दौरान, आपको करियर में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ग्रहों की स्थिति अस्थिरता और तनाव ला सकती है। यह समय आपके लिए धैर्य बनाए रखने और समस्याओं का समाधान प्रभावशाली ढंग से करने का है। टीम के साथ सहयोग और संचार पर ध्यान दें और पेशेवर संबंधों को बेहतर बनाने का प्रयास करें।

मई से जुलाई के बीच, आपके करियर में महत्वपूर्ण प्रगति देखने को मिल सकती है। यह समय आपके लिए अपनी मेहनत का फल प्राप्त करने और पेशेवर लक्ष्यों को पूरा करने का है। आपकी महत्वाकांक्षा और कार्यशक्ति इस समय आपके सबसे बड़े सहयोगी होंगे। नई परियोजनाओं और जिम्मेदारियों को ग्रहण करने के लिए तैयार रहें।

अगस्त और सितंबर में, आपके करियर में कुछ बदलाव आ सकते हैं। यह समय आपके लिए अपनी योजनाओं और लक्ष्यों को पुनः मूल्यांकन करने का है। किसी भी बदलाव को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखें और नए अवसरों के लिए तैयार रहें। वर्ष के अंत में, अक्टूबर और नवंबर में, आपकी मेहनत का फल मिलने की संभावना है और आप अपने करियर में महत्वपूर्ण प्रगति देख सकते हैं।

सलाह: पेशेवर चुनौतियों का सामना आत्म-विश्वास और ठंडे दिमाग से करें। अपनी योजनाओं को स्पष्ट रूप से परिभाषित करें और उन्हें लागू करने के लिए एक ठोस रणनीति बनाएं।

मेष राशिफल 2025 | वृषभ राशिफल 2025 | मिथुन राशिफल 2025 | कर्क राशिफल 2025 

रिश्ते: गहराई और समझ

2025 में, आपके रिश्तों में गहराई और समझ महत्वपूर्ण होंगे। जनवरी और फरवरी में, आपके व्यक्तिगत संबंधों में प्रेम और सामंजस्य बढ़ेगा। यह समय आपके लिए अपने पार्टनर या परिवार के साथ भावनात्मक संबंधों को और मजबूत करने का है। आपकी भावनात्मक गहराई और संवेदनशीलता इस समय आपके सबसे बड़े सहयोगी होंगे।

मार्च और अप्रैल के दौरान, रिश्तों में कुछ तनाव और असहमति हो सकती है। यह समय आपके लिए धैर्य बनाए रखने और अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने का है। छोटी-मोटी समस्याओं को संवाद के माध्यम से सुलझाने की कोशिश करें और अपने पार्टनर की भावनाओं को समझने का प्रयास करें।

मई से जुलाई के बीच, आपके रिश्तों में स्थिरता और समझ बढ़ेगी। यह समय आपके लिए अपने व्यक्तिगत संबंधों को और गहरा बनाने और सकारात्मक बदलाव लाने का है। यदि आप सिंगल हैं, तो इस समय किसी नए व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है जो आपके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

अगस्त और सितंबर में, आपके रिश्तों में कुछ समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। यह समय अपनी भावनाओं और संबंधों को प्रबंधित करने का है। अपने पार्टनर के साथ संचार को खुले और ईमानदार बनाए रखें और किसी भी तनावपूर्ण स्थिति को शांति से सुलझाने का प्रयास करें।

सलाह: रिश्तों में खुला और ईमानदार संवाद बनाए रखें। किसी भी तनावपूर्ण स्थिति को शांति और समझदारी से सुलझाएं और अपने पार्टनर की भावनाओं का सम्मान करें।

वित्त: परिवर्तन और प्रबंधन

2025 में आपके वित्तीय मामलों में परिवर्तन और प्रबंधन की आवश्यकता होगी। जनवरी और फरवरी में, आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार होने की संभावना है। यह समय निवेश योजनाओं को लागू करने और वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उपयुक्त रहेगा।

मार्च और अप्रैल के दौरान, आपको कुछ अप्रत्याशित खर्चों का सामना करना पड़ सकता है। अपने बजट को सावधानीपूर्वक प्रबंधित करें और अनावश्यक खर्चों से बचें। यह समय वित्तीय योजनाओं को पुनः मूल्यांकन करने और अपनी बचत को बढ़ाने का है।

मई से जुलाई के बीच, आपके वित्तीय मामलों में स्थिरता और सुरक्षा देखने को मिल सकती है। यह समय बड़े निवेश और संपत्ति में निवेश करने के लिए उपयुक्त रहेगा। अपने वित्तीय लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करें और उन्हें प्राप्त करने के लिए योजना बनाएं।

अगस्त और सितंबर में, आपको कुछ वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आपके निवेश या खर्चों के परिणामस्वरूप आपको समझौता करना पड़ सकता है। सतर्कता और योजना के साथ इन चुनौतियों का सामना करें और अपनी वित्तीय स्थिति पर नजर रखें।

सलाह: अपने बजट को नियमित रूप से अपडेट करें और वित्तीय योजनाओं को ध्यानपूर्वक बनाएं। अनावश्यक खर्चों से बचें और अपने वित्तीय लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें।

सिंह राशिफल 2025 | कन्या राशिफल 2025 | तुला राशिफल 2025

स्वास्थ्य: ताकत और संजीवनी

2025 में आपके स्वास्थ्य के लिए ताकत और संजीवनी का वर्ष रहेगा। जनवरी और फरवरी में, आपकी ऊर्जा और स्वास्थ्य उच्च रहेंगे। यह समय फिटनेस और स्वास्थ्य के लिए नई योजनाओं की शुरुआत करने का है।

मार्च से मई के बीच, आपको कुछ छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह समय अपने खानपान और व्यायाम पर ध्यान देने का है। मानसिक तनाव को कम करने के लिए योग और ध्यान का अभ्यास करें और अपने शरीर की सुनें।

जून से अगस्त के बीच, आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप अपनी ऊर्जा का सही उपयोग करेंगे। यह समय स्वास्थ्य संबंधी दीर्घकालिक लक्ष्यों को पूरा करने और स्वस्थ आदतों को बनाए रखने के लिए उपयुक्त रहेगा। नियमित चेकअप कराएं और किसी भी स्वास्थ्य समस्या को नजरअंदाज न करें।

सितंबर और अक्टूबर में, अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। तनाव और थकावट से बचने के लिए समय-समय पर आराम करें और संतुलित आहार लें। एक सक्रिय और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।

सलाह: नियमित व्यायाम करें और संतुलित आहार का पालन करें। अपने स्वास्थ्य की नियमित निगरानी करें और मानसिक तनाव को कम करने के उपाय करें।

व्यक्तिगत विकास: आत्म-समझ और सशक्तिकरण

2025 में, आपकी व्यक्तिगत वृद्धि और आत्म-संवेदन का महत्वपूर्ण समय रहेगा। जनवरी और फरवरी में, आप आत्म-समझ और आत्म-संवेदन में वृद्धि देख सकते हैं। यह समय अपने लक्ष्यों और आकांक्षाओं की स्पष्टता प्राप्त करने का है।

मार्च से मई के बीच, आपको कुछ आंतरिक संघर्षों और चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। यह समय आत्म-विश्लेषण और आत्म-सुधार के लिए है। अपनी कमजोरियों को पहचानें और उन्हें सुधारने के लिए प्रयास करें। आत्म-संवेदन और आत्म-समझ पर काम करने के लिए यह समय उपयुक्त रहेगा।

जून से अगस्त के बीच, आप अपनी व्यक्तिगत प्रगति और आत्म-सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण बदलाव देखेंगे। आपकी मेहनत और आत्म-समर्पण आपको सफलता की ओर ले जाएगी। यह समय आपके लिए अपने सपनों को साकार करने और नई ऊँचाइयों तक पहुँचने का है।

सितंबर और अक्टूबर में, आपकी आंतरिक ताकत और आत्म-विश्वास बढ़ेगा। आप अपनी क्षमताओं को पहचानेंगे और उन्हें सकारात्मक दिशा में प्रयोग करेंगे। यह समय आत्म-सुधार और व्यक्तिगत प्रगति के लिए अनुकूल रहेगा।

सलाह: अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करें और उन्हें प्राप्त करने के लिए योजना बनाएं। आत्म-विश्लेषण और आत्म-संवेदन के लिए समय निकालें और अपनी आंतरिक ताकत को पहचानें।

सकारात्मक सुझाव और पुष्टि

  1. स्वयं पर विश्वास: अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित रहें।
  2. समय प्रबंधन: अपने समय को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करें और महत्वपूर्ण कार्यों पर ध्यान केंद्रित करें।
  3. स्वास्थ्य पर ध्यान: स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं और अपने स्वास्थ्य का नियमित ध्यान रखें।
  4. वित्तीय योजना: अपने वित्तीय लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करें और बजट का पालन करें।

साल 2025 वृश्चिक राशि के जातकों के लिए परिवर्तन, शक्ति और प्रगति का वर्ष रहेगा। अपनी स्वाभाविक गहराई, आत्म-समर्पण और दृढ़ता के साथ इस वर्ष को अपनाएं और संभावनाओं को साकार करें। आपके प्रयास और समर्पण आपको सफलता की ऊँचाइयों तक ले जाएगा।

धनु राशिफल 2025 | मकर राशिफल 2025 | कुंभ राशिफल 2025 | मीन राशिफल 2025

मेष राशिफल 2025

मेष राशिफल 2025: परिवर्तन और सफलता का साल

साल 2025 मेष राशि के जातकों के लिए एक बेहद रोमांचक और परिवर्तनकारी वर्ष साबित होगा। आपकी स्वाभाविक ऊर्जा और आत्म-विश्वास इस वर्ष के प्रमुख बल होंगे। इस विस्तृत राशिफल में हम इस साल आपके करियर, रिश्तों, वित्त, स्वास्थ्य और व्यक्तिगत विकास के हर पहलू की गहराई से चर्चा करेंगे, साथ ही ग्रहों की प्रमुख चालों और खगोलीय घटनाओं के प्रभाव को भी समझेंगे।

करियर: नवाचार और विस्तार

इस वर्ष आपके करियर में महत्वपूर्ण परिवर्तन और अवसर आने की संभावना है। 2025 की शुरुआत में, जनवरी और फरवरी में मंगल ग्रह की स्थिति आपके पेशेवर जीवन में नयी ऊर्जा और उत्साह लाएगी। यह समय आपके लिए नई परियोजनाओं की शुरुआत, नौकरी में प्रमोशन, या व्यवसाय विस्तार के लिए उपयुक्त रहेगा।

मार्च और अप्रैल में सूर्य और शनि की स्थिति आपके प्रयासों को ठोस परिणाम में बदलने में मदद करेगी। इस समय के दौरान, आपको अपनी मेहनत का सच्चा फल मिलेगा। यदि आप व्यापार करते हैं, तो यह समय नए बाजारों में कदम रखने और अपने नेटवर्क को मजबूत करने का है। करियर में उच्च पद प्राप्त करने की संभावना भी बढ़ेगी, लेकिन इसके साथ ही जिम्मेदारियों में भी इजाफा होगा।

मई से जुलाई के बीच, शुक्र की स्थिति आपके पेशेवर जीवन में स्थिरता और संतुलन लाने में सहायक होगी। यह समय आपको अपने काम में रचनात्मकता और नवाचार को लागू करने का अवसर देगा। आप अपने काम के प्रति जुनून और लगन को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकेंगे।

वृषभ राशिफल 2025 | मिथुन राशिफल 2025 | कर्क राशिफल 2025

अगस्त और सितंबर में, ग्रहों की स्थिति कुछ चुनौतियाँ पेश कर सकती है। आपके द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं में अड़चनें आ सकती हैं, लेकिन धैर्य और सटीक योजना के साथ आप इन्हें पार कर सकेंगे। वर्ष के अंत में, अक्टूबर और नवंबर में, आपके प्रयासों का प्रतिफल आपको मिलेगा और आपकी मेहनत रंग लाएगी।

सलाह: अपनी योजनाओं को अच्छी तरह से तैयार करें और उन्हें सही दिशा में चलाने के लिए खुद पर विश्वास रखें। नेटवर्किंग और रिश्ते बनाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा।

रिश्ते: सामंजस्य और गहराई

2025 में, आपके रिश्तों में भी महत्वपूर्ण परिवर्तन होंगे। जनवरी और फरवरी में, आपका आत्म-विश्वास और आकर्षण आपके रिश्तों को नई दिशा देंगे। यह समय प्रेम संबंधों को गहरा करने और अपने साथी के साथ संचार को सुधारने के लिए उपयुक्त रहेगा। यदि आप सिंगल हैं, तो इस समय किसी नए व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है जो आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

मार्च से मई के बीच, आप अपने परिवार और करीबी दोस्तों के साथ गहरे रिश्तों को मजबूत करेंगे। पारिवारिक मामलों में सहनशीलता और समझदारी से काम लें। यह समय रिश्तों में सामंजस्य स्थापित करने और पुराने मतभेदों को सुलझाने के लिए उपयुक्त रहेगा।

जून से अगस्त के बीच, ग्रहों की स्थिति आपके व्यक्तिगत संबंधों में थोड़ी असहमति और तनाव ला सकती है। यह समय धैर्य और समझदारी से काम लेने का है। छोटी-छोटी बातों पर ध्यान न दें और अपने रिश्तों को मजबूत बनाए रखने के लिए संवाद बनाए रखें।

सितंबर और अक्टूबर में, आपके रिश्तों में स्थिरता और सुखद बदलाव देखने को मिलेंगे। आप अपने पार्टनर के साथ भावनात्मक संबंध को गहरा करेंगे और एक दूसरे के साथ समय बिताना आपके रिश्ते को और मजबूत बनाएगा।

सलाह: संचार को खुले और ईमानदार रखें। रिश्तों में प्यार और समर्थन बनाए रखें, और किसी भी तनावपूर्ण स्थिति को शांति और समझदारी से सुलझाएं।

वित्त: अवसर और चुनौती

2025 में आपके वित्तीय मामलों में भी महत्वपूर्ण बदलाव आएंगे। वर्ष की शुरुआत में, जनवरी और फरवरी में, आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होने के संकेत हैं। यह समय नई निवेश योजनाओं को लागू करने के लिए उपयुक्त रहेगा। आप अपनी आय को बढ़ाने के लिए नये रास्ते खोज सकते हैं और वित्तीय योजनाओं को बेहतर बना सकते हैं।

मार्च और अप्रैल में, आपकी वित्तीय स्थिति में उतार-चढ़ाव आ सकता है। कुछ अप्रत्याशित खर्चे हो सकते हैं, लेकिन आप अपनी योजना और बचत के साथ इन पर काबू पा सकेंगे। इस समय बड़े वित्तीय निर्णय लेने से बचें और अपने बजट पर ध्यान दें।

मई से जुलाई के बीच, वित्तीय स्थिरता और सुरक्षा की दिशा में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। यह समय आपके लिए बड़े निवेश और संपत्ति खरीदने के लिए उपयुक्त रहेगा। अपने वित्तीय लक्ष्यों को स्पष्ट करें और उन्हें प्राप्त करने के लिए योजना बनाएं।

अगस्त और सितंबर में, आपको कुछ वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आपके द्वारा किए गए निवेश या खर्चों के परिणामस्वरूप आपको समझौता करना पड़ सकता है। सतर्कता और सावधानी से काम लें और अनावश्यक खर्चों से बचें।

सलाह: अपनी वित्तीय योजनाओं को सटीक रूप से तैयार करें और बजट का पालन करें। सावधानीपूर्वक निवेश करें और अपनी वित्तीय स्थिति पर नजर रखें।

सिंह राशिफल 2025 | कन्या राशिफल 2025 | तुला राशिफल 2025 | वृश्चिक राशिफल 2025

स्वास्थ्य: सवस्थता और उत्थान

2025 में आपके स्वास्थ्य के लिए एक सकारात्मक वर्ष रहेगा, लेकिन कुछ सावधानियाँ भी बरतनी होंगी। जनवरी और फरवरी में, आपकी ऊर्जा स्तर उच्च रहेगा और आप फिटनेस के लिए नई योजनाओं की शुरुआत कर सकते हैं। यह समय फिटनेस रेजिमे को अपनाने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए उपयुक्त रहेगा।

मार्च से मई के बीच, स्वास्थ्य के मामलों में सतर्क रहें। आप छोटी-मोटी बीमारियों का सामना कर सकते हैं, इसलिए अपने खानपान और व्यायाम पर ध्यान दें। मानसिक तनाव को कम करने के लिए योग और ध्यान का अभ्यास करें।

जून से अगस्त के बीच, आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप अपनी ऊर्जा का सही उपयोग करेंगे। यह समय स्वास्थ्य संबंधी किसी भी दीर्घकालिक लक्ष्य को पूरा करने के लिए उपयुक्त रहेगा। नियमित चेकअप कराएं और स्वस्थ आदतों को बनाए रखें।

सितंबर और अक्टूबर में, अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। तनाव और थकावट से बचने के लिए समय-समय पर आराम करें और संतुलित आहार लें। एक सक्रिय और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।

सलाह: स्वस्थ आदतों को अपनाएं और नियमित व्यायाम करें। अपने स्वास्थ्य की देखभाल करें और मानसिक तनाव को कम करने के उपाय करें।

व्यक्तिगत विकास: आत्म-संवेदन और प्रगति

2025 में, आपकी व्यक्तिगत वृद्धि और आत्म-संवेदन का एक महत्वपूर्ण समय होगा। जनवरी और फरवरी में, आपको अपने लक्ष्यों की स्पष्टता मिलेगी और आप अपनी क्षमताओं को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए प्रेरित होंगे। यह समय आत्ममूल्यता और आत्मविकास के लिए उपयुक्त रहेगा।

मार्च से मई के बीच, आपको कुछ आंतरिक संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है। यह समय आत्म-विश्लेषण और आत्म-समझ के लिए है। अपनी कमजोरियों को समझें और उन्हें सुधारने के लिए प्रयास करें। आत्म-संवेदन और आत्ममूल्यता पर काम करने के लिए यह समय उपयुक्त रहेगा।

जून से अगस्त के बीच, आप अपने लक्ष्यों की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति करेंगे। आपकी मेहनत और लगन आपको सफलता की ओर ले जाएगी। यह समय आपके लिए अपने सपनों को साकार करने और नई ऊँचाइयों तक पहुँचने का है।

सितंबर और अक्टूबर में, आपकी आंतरिक ताकत और आत्म-विश्वास बढ़ेगा। आप अपनी शक्तियों को पहचानेंगे और उन्हें सकारात्मक दिशा में प्रयोग करेंगे। यह समय आत्म-सुधार और व्यक्तिगत प्रगति के लिए अनुकूल रहेगा।

सलाह: अपने लक्ष्यों को स्पष्ट करें और उन्हें प्राप्त करने के लिए योजना बनाएं। आत्म-विश्लेषण और आत्म-समझ के लिए समय निकालें और अपनी आंतरिक ताकत को पहचानें।

सकारात्मक सुझाव और पुष्टि

  1. स्वयं पर विश्वास: आप अपनी पूरी क्षमता से काम करें और अपने आत्म-विश्वास को बनाए रखें।
  2. समय प्रबंधन: अपने समय को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करें और महत्वपूर्ण कार्यों पर ध्यान केंद्रित करें।
  3. सहयोग और नेटवर्किंग: अपने संपर्कों को बढ़ाएं और सहयोगी रिश्ते बनाएं।
  4. स्वस्थ जीवनशैली: नियमित व्यायाम और संतुलित आहार को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

साल 2025 आपके लिए परिवर्तन और सफलता का साल रहेगा। अपनी स्वाभाविक ऊर्जा और आत्म-विश्वास के साथ इस वर्ष को अपनाएं और संभावनाओं को साकार करें। आपके प्रयास और समर्पण आपको ऊँचाइयों तक ले जाएगा।

धनु राशिफल 2025 | मकर राशिफल 2025 | कुंभ राशिफल 2025 | मीन राशिफल 2025

वार्षिक राशिफल 2025

Rashifal 2025|सभी 12 राशियों का वार्षिक राशिफल

मेष (Aries):
2025 में आपके करियर में नई ऊर्जा और अवसर मिलेंगे, लेकिन पेशेवर चुनौतियों का सामना भी करना पड़ेगा। रिश्तों में प्रेम और सामंजस्य बढ़ेगा, लेकिन छोटी-मोटी समस्याओं से निपटना होगा। वित्तीय मामलों में स्थिरता और सुधार देखने को मिलेंगे, लेकिन अप्रत्याशित खर्चों के प्रति सावधान रहें। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, लेकिन तनाव को कम करने की आवश्यकता होगी। व्यक्तिगत विकास में आत्म-सुधार और आत्म-प्रेरणा के अवसर मिलेंगे। और पढ़ें मेष राशिफल 2025

वृषभ (Taurus):
2025 में आपके करियर में महत्वपूर्ण बदलाव और अवसर आएंगे। रिश्तों में प्रेम और समर्थन मिलेगा, लेकिन संचार में सावधानी बरतें। वित्तीय स्थिति में वृद्धि और स्थिरता होगी, लेकिन बजट का ध्यान रखें। स्वास्थ्य में संतुलन और ताजगी बनी रहेगी, लेकिन अधिक काम का तनाव हो सकता है। व्यक्तिगत विकास में आत्म-खोज और सृजनात्मकता को प्रोत्साहन मिलेगा। और पढ़ें वृषभ राशिफल 2025

मिथुन (Gemini):
2025 में आपके करियर में नई दिशा और अवसर देखने को मिलेंगे। रिश्तों में संवाद और समझदारी महत्वपूर्ण होगी, और असहमति को शांति से सुलझाएं। वित्तीय मामलों में वृद्धि की संभावना है, लेकिन योजना के साथ खर्च करें। स्वास्थ्य में ऊर्जा और ताजगी बनी रहेगी, लेकिन समय-समय पर आराम की जरूरत होगी। व्यक्तिगत विकास में आत्म-संवेदन और आत्म-संस्कार पर ध्यान दें। और पढ़ें मिथुन राशिफल 2025

कर्क (Cancer):
2025 में आपके करियर में स्थिरता और प्रगति देखने को मिलेगी। रिश्तों में समझ और सहयोग बढ़ेगा, लेकिन तनावपूर्ण स्थितियों से निपटना होगा। वित्तीय मामलों में सुधार और सुरक्षा की संभावना है, लेकिन अनावश्यक खर्चों से बचें। स्वास्थ्य में संतुलन बनाए रखें और मानसिक तनाव को कम करने की कोशिश करें। व्यक्तिगत विकास में आत्म-समर्पण और सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करें। और पढ़ें कर्क राशिफल 2025

सिंह (Leo):
2025 में आपके करियर में नई ऊँचाइयों की संभावना है। रिश्तों में प्रेम और समर्थन मिलेगा, लेकिन संवाद में सावधानी बरतें। वित्तीय मामलों में वृद्धि और सफलता की संभावना है, लेकिन योजना के साथ निवेश करें। स्वास्थ्य में ऊर्जा और ताजगी बनी रहेगी, लेकिन आराम की आवश्यकता हो सकती है। व्यक्तिगत विकास में आत्म-प्रेरणा और सृजनात्मकता को बढ़ावा मिलेगा। और पढ़ें सिंह राशिफल 2025

कन्या (Virgo):
2025 में आपके करियर में महत्वपूर्ण प्रगति और अवसर मिलेंगे। रिश्तों में समझदारी और सहयोग महत्वपूर्ण होंगे, और असहमति को संवाद से सुलझाएं। वित्तीय स्थिति में स्थिरता और सुधार देखने को मिलेगा, लेकिन बजट का ध्यान रखें। स्वास्थ्य में संतुलन और ताजगी बनी रहेगी, लेकिन मानसिक तनाव से बचने के उपाय करें। व्यक्तिगत विकास में आत्म-संवेदन और आत्म-खोज को प्रोत्साहन मिलेगा। और पढ़ें कन्या राशिफल 2025

तुला (Libra):
2025 में आपके करियर में नई दिशा और अवसर आएंगे। रिश्तों में संतुलन और समझ महत्वपूर्ण होंगे, और समस्याओं को संवाद से सुलझाएं। वित्तीय मामलों में स्थिरता और सुधार देखने को मिलेगा, लेकिन बजट का ध्यान रखें। स्वास्थ्य में संतुलन और ताजगी बनी रहेगी, लेकिन तनाव को कम करने के उपाय करें। व्यक्तिगत विकास में आत्म-समर्पण और सृजनात्मकता को बढ़ावा मिलेगा। और पढ़ें तुला राशिफल 2025

वृश्चिक (Scorpio):
2025 में आपके करियर में महत्वपूर्ण बदलाव और प्रगति की संभावना है। रिश्तों में गहरी समझ और समर्थन मिलेगा, लेकिन तनावपूर्ण स्थितियों से निपटना होगा। वित्तीय मामलों में वृद्धि और सुधार देखने को मिलेगा, लेकिन निवेश और खर्च पर ध्यान दें। स्वास्थ्य में संतुलन और ताजगी बनी रहेगी, लेकिन मानसिक तनाव से बचने के उपाय करें। व्यक्तिगत विकास में आत्म-खोज और आत्म-सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करें। और पढ़ें वृश्चिक राशिफल 2025

धनु (Sagittarius):
2025 में आपके करियर में नई ऊँचाइयों की संभावना है। रिश्तों में प्रेम और सहयोग बढ़ेगा, लेकिन संचार में सावधानी बरतें। वित्तीय मामलों में वृद्धि और सुधार की संभावना है, लेकिन बजट और खर्च पर ध्यान दें। स्वास्थ्य में ऊर्जा और ताजगी बनी रहेगी, लेकिन आराम की आवश्यकता हो सकती है। व्यक्तिगत विकास में आत्म-प्रेरणा और सृजनात्मकता को बढ़ावा मिलेगा। और पढ़ें धनु राशिफल 2025

मकर (Capricorn):
2025 में आपके करियर में महत्वपूर्ण प्रगति और अवसर देखने को मिलेंगे। रिश्तों में समझदारी और सहयोग महत्वपूर्ण होंगे, और समस्याओं को संवाद से सुलझाएं। वित्तीय स्थिति में स्थिरता और सुधार देखने को मिलेगा, लेकिन बजट का ध्यान रखें। स्वास्थ्य में संतुलन और ताजगी बनी रहेगी, लेकिन तनाव को कम करने के उपाय करें। व्यक्तिगत विकास में आत्म-समर्पण और सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करें। और पढ़ें मकर राशिफल 2025

कुम्भ (Aquarius):
2025 में आपके करियर में नई दिशा और अवसर मिलेंगे। रिश्तों में समझदारी और सहयोग बढ़ेगा, लेकिन छोटी-मोटी समस्याओं से निपटना होगा। वित्तीय मामलों में वृद्धि और स्थिरता की संभावना है, लेकिन बजट का ध्यान रखें। स्वास्थ्य में ऊर्जा और ताजगी बनी रहेगी, लेकिन आराम की आवश्यकता हो सकती है। व्यक्तिगत विकास में आत्म-खोज और आत्म-सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करें। और पढ़ें कुंभ राशिफल 2025

मीन (Pisces):
2025 में आपके करियर में नई परियोजनाओं और जिम्मेदारियों की शुरुआत हो सकती है। रिश्तों में प्रेम और समझ बढ़ेगी, लेकिन असहमति को शांति से सुलझाएं। वित्तीय मामलों में सुधार और स्थिरता की संभावना है, लेकिन बजट का ध्यान रखें। स्वास्थ्य में संतुलन और ताजगी बनी रहेगी, लेकिन मानसिक तनाव को कम करने के उपाय करें। व्यक्तिगत विकास में आत्म-संवेदन और आत्म-खोज को प्रोत्साहित करें। और पढ़ें  मीन राशिफल 2025

हर राशि के लिए 2025 एक नई शुरुआत और प्रगति का साल हो सकता है। अपनी स्वाभाविक क्षमताओं और गुणों को अपनाकर इस वर्ष को अपने लाभ में बदलें।

 

कालाष्टमी कथा

कालाष्टमी कथा | Kalashtami Vrat Katha in Hindi

कालाष्टमी की कथा के अनुसार, शिवपुराण के अनुसार, कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालभैरव का जन्म हुआ था। मान्यता है कि कालभैरव का व्रत रखने से उपासक की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और जादू-टोना तथा तंत्रमंत्र का भय समाप्त हो जाता है। ज्योतिष के अनुसार, कालभैरव की पूजा से सभी नवग्रहों के दोष समाप्त हो जाते हैं और उनका अशुभ प्रभाव दूर हो जाता है।

स्वयं को श्रेष्ठ साबित करने की इस अदृश्य लड़ाई का इतिहास अति प्राचीन है। यह केवल मनुष्यों के बीच ही नहीं, बल्कि देवताओं के बीच भी होती रही है। एक समय की बात है जब भगवान ब्रह्मा, विष्णु, और महेश (शिव) के बीच यह विवाद उठा कि उनमें से कौन सबसे श्रेष्ठ है। इस विवाद को सुलझाने के लिए समस्त देवी-देवताओं की एक सभा बुलाई गई।

सभा के विचार-विमर्श के बाद, भगवान शिव और विष्णु इस निष्कर्ष से सहमत हो गए, लेकिन ब्रह्मा जी संतुष्ट नहीं हुए। ब्रह्मा जी ने भगवान शिव की अवमानना की, जिससे शिव अत्यंत क्रोधित हो गए। इस क्रोध से ही कालभैरव का अवतार हुआ।

कालभैरव काले कुत्ते पर सवार होकर और हाथ में दंड लेकर सभा में प्रकट हुए। उन्होंने ब्रह्मा जी के एक सिर को अलग कर दिया, जिससे ब्रह्मा जी के पास अब केवल चार सिर ही रह गए। ब्रह्मा जी ने अपने अपराध की माफी मांगी और कालभैरव की क्रोध से बचने के लिए प्रार्थना की।

माफी के बाद, भगवान शिव ने पुनः अपने सामान्य रूप में लौटे, लेकिन कालभैरव पर ब्रह्म हत्या का आरोप लगा। इस पाप से मुक्ति पाने के लिए कालभैरव कई वर्षों तक भटकते रहे और अंततः वाराणसी में पहुंचे, जहां उन्हें इस पाप से मुक्ति मिली।

कुछ कथाओं में श्रेष्ठता की लड़ाई केवल ब्रह्मा और विष्णु के बीच ही बताई जाती है। भगवान कालभैरव को महाकालेश्वर और डंडाधिपति भी कहा जाता है, और वाराणसी में दंड से मुक्ति मिलने के कारण उन्हें दंडपानी भी कहा जाता है।

मंगलवार व्रत कथा

मंगलवार व्रत कथा | Mangalwar Vrat Katha

हिंदू धर्म में सप्ताह के हर दिन का एक खास धार्मिक महत्व होता है, और प्रत्येक दिन विशेष देवताओं की पूजा के लिए निर्धारित होता है। उदाहरण के लिए, सोमवार को भगवान शिव, मंगलवार को बजरंगबली, बुधवार को भगवान गणेश, गुरुवार को भगवान विष्णु, शुक्रवार को देवी लक्ष्मी, और शनिवार को शनिदेव की पूजा का विधान है। विशेष रूप से, यदि किसी की कुंडली में मंगल ग्रह भारी हो या जीवन में शुभ कार्यों में रुकावट आ रही हो, तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, श्रद्धा और विधिपूर्वक मंगलवार का व्रत करने से भगवान हनुमान का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

प्राचीन कथा

बहुत समय पहले की बात है, कुंडलपुर नामक नगर में नंदा नामक ब्राह्मण अपनी पत्नी सुनंदा के साथ रहता था। यह ब्राह्मण दंपत्ति संपन्न और सुखी थे, लेकिन उनके पास संतान नहीं थी। संतान प्राप्ति की इच्छा से ब्राह्मण ने हनुमान जी की उपासना के लिए वन की ओर प्रस्थान किया, जबकि उसकी पत्नी घर पर बजरंगबली की पूजा और मंगलवार का व्रत करती रही। वह हर मंगलवार को व्रत रखती, हनुमान जी के लिए भोग बनाती और फिर स्वयं भी भोजन ग्रहण करती।

एक दिन, किसी कारणवश मंगलवार के व्रत के साथ अन्य धार्मिक आयोजन भी हो गया, जिससे वह हनुमान जी का व्रत नहीं रख पाई। उसने प्रण लिया कि अगले मंगलवार को ही वह अन्न ग्रहण करेगी। इस प्रकार, वह लगातार छह दिनों तक बिना खाए-पिए रही। अंततः मंगलवार को उसकी स्थिति इतनी खराब हो गई कि वह मूर्छित हो गई। हनुमान जी उसकी निष्ठा और समर्पण से प्रसन्न हुए और उसे दर्शन देकर कहा, “हे ब्राह्मणी, मैं तुम्हारी भक्ति से प्रसन्न हूं और तुम्हें एक सुंदर पुत्र का वरदान देता हूं, जो तुम्हारी सेवा करेगा।” यह कहकर हनुमान जी अपने बाल रूप में प्रकट होकर अंतर्ध्यान हो गए।

ब्राह्मणी को सुंदर बालक प्राप्त हुआ, जिसका नाम उसने मंगल रखा। कुछ समय बाद जब ब्राह्मण वन से वापस आया, तो उसने अपने घर में उस बालक को देखा और अपनी पत्नी से पूछा कि यह बालक कौन है? सुनंदा ने बताया कि यह बालक भगवान हनुमान जी का आशीर्वाद है, जो उसकी भक्ति के फलस्वरूप उसे प्राप्त हुआ है।

हालांकि, ब्राह्मण ने उसकी बातों पर विश्वास नहीं किया और सोचा कि उसकी पत्नी उसे धोखा दे रही है। एक दिन, जब ब्राह्मण कुएं से पानी लेने गया, उसकी पत्नी ने मंगल को साथ ले जाने के लिए कहा। ब्राह्मण ने बालक को अपने साथ लिया, लेकिन कुएं पर पहुंचने पर उसने उसे नाजायज मानते हुए कुएं में फेंक दिया।

जब ब्राह्मण घर लौटा, उसकी पत्नी ने मंगल के बारे में पूछा। इससे पहले कि वह कुछ कहता, मंगल मुस्कुराते हुए घर आ गया। ब्राह्मण यह देखकर हैरान रह गया। उसी रात भगवान हनुमान ने ब्राह्मण को सपने में दर्शन दिए और कहा, “यह बालक मेरा रूप है, और तुम्हारी पत्नी की भक्ति के कारण मैंने उसे यह वरदान दिया है। तुम उसे कुलटा क्यों कहते हो?”

हनुमान जी के स्वप्न के बाद, ब्राह्मण को सच्चाई का अहसास हुआ। वह अपनी पत्नी से क्षमा मांगकर प्रसन्न हुआ और ब्राह्मण दंपत्ति ने सुखपूर्वक अपना जीवन व्यतीत किया। इस प्रकार, जो भी व्यक्ति श्रद्धा के साथ मंगलवार का व्रत करता है और इस कथा को पढ़ता या सुनता है, उसे हनुमान जी की कृपा से सभी दुखों से मुक्ति मिलती है, और वह सुख-समृद्धि का अनुभव करता ह

बुधवार व्रत कथा

बुधवार व्रत कथा | Budhwar Vrat Katha in Hindi

हिंदू धर्म में प्रत्येक दिन का विशेष महत्व होता है और बुधवार का दिन बुद्धदेव से संबंधित होता है, जो ज्ञान और बुद्धि के देवता हैं। बुध ग्रह को ज्ञान, कार्य, बुद्धि, और व्यापार का कारक माना जाता है। यदि किसी की कुंडली में बुध ग्रह अशुभ स्थिति में हो, तो बुधवार का व्रत रखना शुभ माना जाता है, क्योंकि इससे बुध ग्रह की नकारात्मक प्रभावों से बचाव होता है।

बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा का भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन गणेश जी की पूजा करने से घर में धन की कमी नहीं होती, फिजूलखर्ची से बचाव होता है और घरेलू क्लेश समाप्त होते हैं।

पौराणिक कथा

प्राचीनकाल में एक व्यक्ति अपनी पत्नी को लेने अपने ससुराल गया। वहाँ कुछ दिन ठहरने के बाद, जब वह अपनी पत्नी को लेकर घर लौटने लगा, तो सास-ससुर ने उसे बताया कि आज बुधवार है और इस दिन यात्रा करना शुभ नहीं होता। लेकिन व्यक्ति ने उनकी बातों को नजरअंदाज करते हुए रथ पर सवार होकर घर की ओर प्रस्थान किया।

रास्ते में, जब उसकी पत्नी को अत्यधिक प्यास लगी, तो उसने अपने पति से पानी लाने के लिए कहा। पति ने रथ रोककर नदी से पानी भरा और जब वापस लौटा, तो उसने देखा कि रथ पर एक व्यक्ति उसके समान वेशभूषा में बैठा हुआ था, जो उसकी पत्नी के बगल में था। यह देखकर वह व्यक्ति क्रोधित हो गया और उसने पूछताछ की कि यह व्यक्ति कौन है और उसकी पत्नी के बगल में क्यों बैठा है।

दूसरे व्यक्ति ने जवाब दिया कि यह उसकी पत्नी है और वह उसे अपने ससुराल से विदा करवा रहा है। दोनों लोग पत्नी को लेकर झगड़ने लगे, और तभी राज्य के सिपाही मौके पर पहुंचे। उन्होंने महिला से पूछा कि उसका असली पति कौन है। महिला असमंजस में थी क्योंकि दोनों व्यक्ति एक जैसे थे और वह अपने असली पति को पहचान नहीं पा रही थी।

जब महिला असली पति को पहचानने में असमर्थ रही, तो व्यक्ति ने भगवान से प्रार्थना की, “हे भगवान, यह कैसी लीला है कि मैं सत्य और असत्य में भेद नहीं कर पा रहा हूं?” तभी आकाशवाणी हुई, “मूर्ख, आज बुधवार के दिन यात्रा करने का फल तुम्हें भोगना पड़ा। यदि तुम चाहते हो कि यह स्थिति समाप्त हो जाए, तो अपनी गलती की माफी मांग लो।”

व्यक्ति ने दिल से बुधदेव से क्षमा मांगी और उसी समय बुधदेव की लीला समाप्त हो गई। वह और उसकी पत्नी घर वापस लौटे और श्रद्धापूर्वक बुधवार का व्रत करने लगे। इससे उन्हें बुधदेव की कृपा प्राप्त हुई और उनका जीवन सुख-शांति से भर गया।

इस प्रकार, जो भी व्यक्ति हर बुधवार को इस कथा को सुनता है और उचित व्रत करता है, उसे बुधवार के दिन यात्रा करने से संबंधित दोष नहीं लगता और उसके जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

शनिवार व्रत कथा

शनिवार व्रत कथा | Shanivar Vrat Katha

प्राचीन काल में देवता, ऋषि-मुनि और ग्रह स्वर्गलोक से लेकर पृथ्वी तक यात्रा कर सकते थे। एक दिन, स्वर्गलोक में निवास करने वाले नवग्रहों के बीच यह विवाद छिड़ गया कि उनमें सबसे शक्तिशाली ग्रह कौन है। इस विवाद ने इतना बढ़ा कि धरती पर भी इसका असर दिखने लगा। देवताओं के राजा इंद्र ने नवग्रहों को दरबार में बुलाया और उनकी समस्या सुनी, लेकिन समाधान नहीं मिल सका। उन्होंने नवग्रहों को राजा विक्रमादित्य के पास जाने की सलाह दी, क्योंकि उनके अनुसार, विक्रमादित्य ही इस प्रश्न का उत्तर दे सकते थे।

नवग्रह राजा विक्रमादित्य के पास पहुंचे और पूछा कि कौन सा ग्रह सबसे बड़ा और शक्तिशाली है। विक्रमादित्य पहले तो थोड़े चिंतित हुए, लेकिन उन्होंने सोचा कि अगर उन्होंने कोई सीधा जवाब दिया तो ग्रहों के बीच विवाद बढ़ जाएगा। उन्होंने एक चतुर समाधान निकाला—हर ग्रह के लिए सोने, चांदी और लोहे के सिंहासन बनवाए और कहा कि जो ग्रह सबसे पहले आए, उसका सिंहासन सोने का होगा, जो सबसे पीछे रहेगा, वह सबसे छोटा होगा। शनिदेव का सिंहासन सबसे पीछे था, जो लोहे का था।

जब शनिदेव ने देखा कि उनका सिंहासन सबसे पीछे है, वे नाराज हो गए। उन्होंने विक्रमादित्य से कहा, “तुमने मेरी शक्ति और महत्व को नजरअंदाज किया है। सूर्य, बुध, शुक्र एक राशि में एक महीने रहते हैं, मंगल डेढ़ महीने, चंद्रमा दो महीने और बृहस्पति तेरह महीने रहते हैं, लेकिन मैं एक राशि में दो से सात साल तक रहता हूं। तुमने मुझे अपमानित किया है।” यह कहकर शनिदेव अंतर्ध्यान हो गए।

फिर एक दिन विक्रमादित्य पर शनिदेव की साढ़े साती का प्रभाव आया। शनिदेव घोड़ा व्यापारी के रूप में विक्रमादित्य के दरबार में पहुंचे। विक्रमादित्य ने एक घोड़ा खरीदा और उस पर सवार हो गए। लेकिन घोड़ा अचानक पंख लगा कर विक्रमादित्य को एक घने जंगल में ले गया और वहां पटक कर अदृश्य हो गया। विक्रमादित्य जंगल में भटकने लगे और वापस अपने राज्य का रास्ता खो बैठे।

वह एक चरवाहे से मिले, जिससे उन्होंने अपनी अंगूठी देकर पानी माँगा और पास के नगर का रास्ता पूछा। थक कर, विक्रमादित्य ने एक सेठ की दुकान पर विश्राम किया। अचानक, सेठ की दुकान पर भीड़ बढ़ गई। सेठ ने सोचा कि यह व्यक्ति भाग्यशाली है और उसे भोजन करने का निमंत्रण दिया। सेठ थोड़ी देर के लिए बाहर चला गया और विक्रमादित्य ने देखा कि खूंटी पर टंगा हार गायब हो रहा है। जब सेठ लौटे, तो हार गायब देखकर उसे विक्रमादित्य पर शक हुआ और उसने सैनिकों को बुलाकर विक्रमादित्य को गिरफ्तार करवा दिया। नगर के राजा ने विक्रमादित्य के हाथ-पैर कटवाने का आदेश दे दिया। विक्रमादित्य की स्थिति बहुत दयनीय हो गई।

इसी बीच, एक तेली ने विक्रमादित्य पर दया की और उन्हें अपने कोल्हू पर काम करने को कहा। इससे विक्रमादित्य को दो जून की रोटी का जुगाड़ मिल गया। समय बीतते गया और शनिदेव की साढ़े साती समाप्त हो गई।

वर्षा ऋतु में एक दिन, विक्रमादित्य ने मल्हार गाना शुरू किया, जब पास से राजकुमारी मनभावनी की सवारी गुज़री। मनभावनी विक्रमादित्य की आवाज से मंत्रमुग्ध हो गई और जानने पर पाया कि विक्रमादित्य अपंग हैं। फिर भी, राजकुमारी ने विक्रमादित्य से विवाह करने का निर्णय लिया। विवाह के बाद, विक्रमादित्य और मनभावनी तेली के घर में रहने लगे। स्वप्न में शनिदेव ने विक्रमादित्य को दर्शन दिए और कहा, “तुमने मेरे प्रकोप का सामना किया है। मैंने तुम्हें अपने अपमान का दंड दिया। अब मैं तुम्हारी प्रार्थना स्वीकार करता हूँ। जो भी मेरे लिए व्रत करेगा, मेरी पूजा करेगा और व्रत कथा सुनेगा, उसके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे और उसकी इच्छाएं पूरी होंगी।”

इस वाक्य के बाद शनिदेव अदृश्य हो गए। सुबह विक्रमादित्य के हाथ-पैर ठीक हो गए और यह देखकर राजकुमारी खुशी से झूम उठी। विक्रमादित्य ने मनभावनी को अपनी पूरी कहानी सुनाई। राजा ने राज्य लौटने की इच्छा जताई। सेठ ने जब इस घटना को सुना, तो वह राजा के पास पहुंचा और माफी मांगी। विक्रमादित्य ने उसे क्षमा कर दिया और सेठ ने उन्हें फिर से भोजन का निमंत्रण दिया। इस बार, हार वापस खूंटी पर आ गया। यह देखकर सभी ने शनिदेव की शक्ति को नमन किया। नगर सेठ ने अपनी बेटी का विवाह विक्रमादित्य से करवा दिया।

राजा विक्रमादित्य ने अपने राज्य में लौटकर नगरवासियों को बताया कि शनिदेव सबसे शक्तिशाली ग्रह हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक पुरुष और महिला को शनिवार को शनिदेव की पूजा करनी चाहिए और व्रत कथा सुननी चाहिए ताकि उनकी सभी मनोकामनाएँ पूरी हों और कष्ट दूर हों।

शुक्रवार व्रत कथा

शुक्रवार व्रत कथा | Santoshi Mata Vrat Katha

हिंदू धर्म में प्रत्येक दिन का एक विशेष महत्व होता है, और शुक्रवार का दिन मां संतोषी की पूजा के लिए समर्पित है। इस दिन मां संतोषी का व्रत करने से समृद्धि और संतोष की प्राप्ति होती है। यहां एक कथा है जो इस व्रत की महत्ता को दर्शाती है।

पौराणिक कथा

प्राचीन काल में एक गांव में एक वृद्धा रहती थी, जिनके सात बेटे थे। इनमें से एक बेटा बहुत आलसी और निकम्मा था, जबकि बाकी सभी मेहनती और काबिल थे। वृद्धा हमेशा अपने निकम्मे बेटे को बाकी छह भाइयों की तुलना में महत्व देती थीं। उसकी पत्नी को इस भेदभाव की जानकारी मिली और उसने एक दिन सच जानने का निश्चय किया।

एक दिन उसने सिरदर्द का बहाना करके रसोई में चादर ओढ़कर लेट जाने का फैसला किया। वृद्धा ने जैसे ही छह भाइयों को खाना परोसा और निकम्मे बेटे के लिए झूठन से खाना निकाला, उसने भोजन करने से मना कर दिया और घर छोड़कर परदेश चला गया। जाते समय, उसने अपनी पत्नी को कहा:

“हम परदेश जाएंगे, कुछ समय बाद लौटेंगे। तुम संतोष से धर्म का पालन करना।”

पत्नी ने भी उत्तर दिया:

“जाओ, आनंद से जाओ। हम राम की भक्ति में संतोषी रहेंगे। हमारे पास कुछ नहीं है, बस गोबर से सनी हुई हाथ की छाप ही तुम्हारे साथ भेज रहे हैं।”

पति ने पत्नी की दी हुई गोबर की छाप ली और परदेश की ओर निकल पड़ा। परदेश पहुंचकर, उसने एक सेठ से नौकरी मांगी और काम में निपुणता दिखाई। धीरे-धीरे, सेठ ने उसे अपने बहीखाते का जिम्मा सौंपा और उसकी ईमानदारी से प्रभावित होकर उसे मुनाफे का हिस्सा भी देने लगा।

वहीं, उसकी पत्नी की स्थिति खराब हो रही थी। उसकी सास और जेठानियों ने उसकी जिंदगी को मुश्किल बना दिया था। एक दिन, उसने जंगल में कुछ महिलाएं को कथा सुनते देखा और उनसे व्रत की विधि पूछी। महिलाएं उसे संतोषी माता की व्रत कथा के बारे में बताती हैं। उसने माता के चरणों में जाकर प्रार्थना की और शुक्रवार को उपवास रखा। जल्द ही, उसे पति की चिट्ठी मिली और पैसे भी आने लगे।

वह हर शुक्रवार को उपवास करने लगी और मां संतोषी से प्रार्थना की कि वह अपने पति से मिल सके। मां ने एक वृद्धा का भेष धारण कर पति के पास पहुंची और उसे कहा कि वह दुकान पर मां संतोषी का दिया जलाए और सारा काम ठीक से होगा। व्यापारी ने वैसा ही किया और अच्छा मुनाफा प्राप्त किया।

पत्नी ने मां से पूछा कि पति कब लौटेगा। माता ने उसे निर्देश दिया कि वह तीन गठरियां लकड़ी की बनाकर एक को नदी किनारे, एक को मंदिर में और एक को घर में रखे, और कहे कि लकड़ी के बदले भूसे की रोटी दी जाए। पत्नी ने वैसा ही किया और पति ने नदी किनारे सूखी लकड़ी देखी, जिससे उसने आग जलाई और खाना बनाया।

घर लौटकर पति ने अपनी पत्नी की हालत देखी और दुःख हुआ। उसने मां से पूछा कि ऐसा क्यों हुआ, तो मां ने बताया कि पत्नी काम करने के बजाय गाँव में घूमती रहती थी। पति ने निर्णय लिया कि वह अलग रहकर अपनी जिंदगी सुधारने का प्रयास करेगा।

शुक्रवार को पूजा की तैयारी में, जेठानी के बच्चों ने खट्टी चीज की मांग की, जिससे व्रत का उद्यापन पूरा नहीं हो सका। इसके कारण, पति को राजा के सैनिकों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया और जेठानी ने ताने मारे। पत्नी ने मां के चरणों में जाकर फिर से प्रार्थना की और मां ने कहा कि उद्यापन पूरा नहीं हुआ, इसलिए पुनः व्रत करना होगा।

पत्नी ने विधिपूर्वक व्रत का उद्यापन किया और इस बार कोई गलती नहीं की। मां संतोषी की कृपा से उसे एक सुंदर पुत्र प्राप्त हुआ और परिवार ने संतोषी माता की पूजा पूरी श्रद्धा से करने लगा। इस तरह, मां संतोषी की कृपा से उनका परिवार सुख-समृद्धि से जीवन बिताने लगा।